कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का इस्तीफ़ा… पहली बार एक प्रदेश अध्यक्ष कार्यकर्ताओं के साथ बहुत सहज नजर आ रहा था
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार हुई। कांग्रेस की हार के बाद से ही सोशल मीडिया से लेकर मीडिया में कांग्रेस के तमाम नेता प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व पर सवाल उठा रहे थे। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने सीधे तौर पर प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल की कार्यकुशलता और नेतृत्व पर ही सवाल खड़े कर दिए।
ऐसे में अब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है हालांकि मंगलवार को ही कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पांचों राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों का इस्तीफा मांग लिया था लेकिन गोदियाल मंगलवार दोपहर ही दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान के पास इस्तीफा देने पहुंच गए थे
गणेश गोदियाल ने अपना इस्तीफा देते वक्त सोशल मीडिया में जो बात लिखी है वह कुछ इस तरह है….
“प्रदेश में हुये विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए आज मैंने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। मैं परिणाम के दिन ही इस्तीफा देना चाहता था पर हाईकमान के आदेश की प्रतिक्षा पर रुका था।
आज दिल्ली पंहुच कर जैसे ही यह अवगत हुआ कि अन्य वह सभी राज्यों के जबावदेह पदाधिकारी, जहां चुनावों में आशातीत सफलता नहीं मिली, अपने पदों से इस्तीफा दे रहे हैं, मैंने भी अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
कांग्रेस के कार्यकर्ता के तौर पर संघर्ष करता रहूंगा।”
गणेश गोदियाल
प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर गणेश गोदियाल को महज 6 महीने का ही वक्त मिला था। लेकिन इतने कम समय में भी गणेश गोदियाल ने खुद को स्थापित किया। कार्यकर्ताओं के लिए बेहद सहज और बहुत आसानी से उपलब्ध रहने वाले प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर नजर आए गणेश गोदियाल। चुनाव के दौरान कांग्रेस की आक्रामकता का एक मजबूत आधार भी गणेश गोदियाल नजर आए। हालांकि चुनाव में हार की वजह से गणेश गोदियाल ने अपने पद से इस्तीफा दिया लेकिन उनका कहना है कि वह पार्टी के लिए कार्यकर्ता के तौर पर हमेशा संघर्ष करते रहेंगे।