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जिहादियों, 15 जून से पहले दुकानें खाली करो… तनाव के बीच उत्तरकाशी में लगे धमकी भरे पोस्टर

Uttarkashi: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद में लव जिहाद का मामला सामने आने के बाद तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा हैं, जहां एक तरफ इसे लेकर स्थानीय व्यापारियों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ रविवार रात को विशेष संप्रदाय की दुकानों के आगे धमकी भरे पोस्टर चस्पा कर दिए गए हैं. इन पोस्टरों में उन्हें दुकान खाली करने की चेतावनी दी गई है और ऐसा नहीं करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई है. मिडिया रिपोर्ट्स मुताबिक देवभूमि रक्षा अभियान’ द्वारा लगाए गए पोस्टर में कहा गया है कि लव जिहादियों को यह जानकारी दी जाती है कि 15 जून को होने वाली महापंचायत से पहले अपनी दुकानें खाली कर दें. यदि तुम्हारे द्वारा ऐसा नहीं किया जाता तो वह वक्त पर निर्भर करेगा।” हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि यह ‘लव जिहाद’ का मामला है। इसी को लेकर खूब हंगामा भी किया गया था, तभी से उत्तरकाशी शहर में तनाव व्याप्त है। अब सोमवार को पुरोला मुख्य बाजार में मुस्लिम दुकानदारों के दुकान के बाहर शटर पर पोस्टर लगाए गए, जिसमें मुस्लिम व्यापारियों से 15 जून को होने वाली महापंचायत से पहले अपनी दुकानें खाली करने को कहा गया है।

अभी तीन दिन पहले कुछ संगठनों ने बरकोट में विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान उन्होंने मुस्लिमों की दुकानों और घरों पर हमला करने की कोशिश की थी। इसको लेकर पुलिस ने कहा था कि हिंसा के पीछे कौन लोग हैं, उनकी पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं अब पोस्टर सामने आने के बाद पुलिस और अधिक चौकन्ना हो गई है। पुलिस ने यह भी कहा कि पोस्टर सोमवार को ही हटा दिए गए थे और उन्हें चिपकाने वालों की पहचान करने के लिए जांच की जा रही है। उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने कहा, “हमने इन पोस्टरों को हटा दिया है और इन्हें चिपकाने वाले असामाजिक तत्वों की पहचान कर रहे है।” स्थानीय लोगों के मुताबिक, पुरोला मुख्य बाजार में करीब 650-700 दुकानें हैं और इनमें से करीब 30-40 दुकानें मुस्लिम चलाते हैं। एक स्थानीय विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेता ने कहा कि पोस्टर स्थानीय निवासियों द्वारा चिपकाए गए थे। ये लोग चाहते हैं कि एक विशेष समुदाय के लोग शांति और सांप्रदायिक सद्भाव सुनिश्चित करने के लिए शहर छोड़ दें। वे व्यापार करने के बहाने यहां आए थे, लेकिन हमारे समुदाय की लड़कियों और महिलाओं को निशाना बना रहे हैं।’

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