धामी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर फिर गर्म हुआ चर्चाओं का बाजार, महासंपर्क अभियान के बाद मिलेगा ‘उपहार’
Uttarakhand BJP: भाजपा के अंदरखाने इन बातों की चर्चा से मंत्रियों की भी अंदरखानें धड़कनें बढ़ी हुई हैं। इसके अलावा मंत्रिमंडल में एंट्री को लेकर कई चेहरे उत्साहित नजर आ रहे हैं। जिसमें युवा चेहरे ज्यादा शामिल हैं। धामी मंत्रिमंडल में कैबिनेट की खाली कुर्सियों की संख्या चार है। हालांकि इस बात पर सबकी निगाहें लगी हैं कि सीएम पुष्कर सिंह धामी एक खाली सीट को ही फिलहाल भरते हैं या फिर तीन अन्य सीटों पर भी नए चेहरों को जिम्मेदारी सौंपते हैं। इतना ही नहीं कैबिनेट के विस्तार से ज्यादा बदलाव पर सबकी निगाहें टिकी हुई है। इस बदलाव से लोकसभा चुनावों के समीकरण भी तय होंगे। कैबिनेट में कई ऐसे चेहरे हैं जो कि लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए भी दावेदार हैं। इनमें सतपाल महाराज और सुबोध उनियाल का नाम भी लिया जा रहा है। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल के मारपीट प्रकरण का भी इस बार होने वाले फैसले पर असर दिखना तय है।
इतना ही नहीं कैबिनेट के विस्तार से ज्यादा बदलाव पर सबकी निगाहें टिकी हुई है। इस बदलाव से लोकसभा चुनावों के समीकरण भी तय होंगे। कैबिनेट में कई ऐसे चेहरे हैं जो कि लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए भी दावेदार हैं। इनमें सतपाल महाराज और सुबोध उनियाल का नाम भी लिया जा रहा है। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल के मारपीट प्रकरण का भी इस बार होने वाले फैसले पर असर दिखना तय है। इसके साथ ही मंत्रिमंडल के दूसरे सदस्यों पर भी परफोर्मेंस का दबाव बना हुआ है। ऐसे में धामी मंत्रिमंडल में नए चेहरों की एंट्री की भी चर्चा तेज है। धामी सरकार में सतपाल महाराज, प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी, धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य, सौरभ बहुगुणा सात कैबिनेट मंत्री हैं। नए चेहरों में दलित, युवा और क्षेत्रीय समीकरण हर तरह से संतुलन बिठाने की कोशिश की जाएगी। जो कि जुलाई में होना तय माना जा रहा है। सीएम पुष्कर सिंह धामी इस विस्तार में हर तरह के समीकरणों को साधने के साथ ही नई युवा टीम के साथ निकाय और लोकसभा चुनाव के साथ मैदान में उतरना चाहेंगे। जिससे विपक्ष और दूसरे खेमेबाजी को शांत कर पाएं।