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Corbett Tiger Reserve: जन्म देने के पांचवें दिन अपने ही तीन शावकों को खा गई बाघिन, वन्यजीव प्रेमियों की बढ़ी चिंता

नैनीताल के रामनगर स्थित जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व पार्क में एक बाघिन द्वारा अपने ही शावकों को निवाला बनाने का मामला सामने आया है।इस घटना के बाद से वन विभाग, पशु चिकित्सक और वन्यजीव प्रेमी चिंता में पड़ गए हैं। हालांकि, बाघिन के ऐसे व्यवहार करने का कारण तनाव भी माना जा रहा है। इससे पहले भी ऐसे मामले देखे गए हैं। कॉर्बेट प्रशासन के अंतर्गत आने वाले ढेला रेंज स्थित रेस्क्यू सेंटर में एक बाघिन ने 17 जुलाई को 2 शावक व 18 जुलाई को एक अन्य शावक को जन्म दिया। तीनों शावक स्वस्थ थे। इस बाघिन को शावकों के जन्म से कुछ दिन पहले ही घायल अवस्था में रेस्क्यू किया गया था। बाघिन को रेस्क्यू सेंटर में उपचार दिया जा रहा था। बाघिन को शिकारियों द्वारा क्लच वायर से बांधा गया था। बाघिन के पेट में जाल फंसा हुआ था। इसके बावजूद भी उसने 3 स्वस्थ शावकों को जन्म दिया था।

लेकिन कुछ दिनों बाद दो शावक बीमार हो गए और एक दिन बाघिन ने अपने दोनों बीमार शावकों को निवाला बना लिया। इस घटना ने कॉर्बेट प्रशासन को हैरत में डाल दिया। घटना के पहले से बाघिन व शावकों की मॉनिटरिंग कर रहे कॉर्बेट प्रशासन के वरिष्ठ चिकित्सकों ने अब मॉनिटरिंग और भी तेज कर दी थी। लेकिन इस बीच 22 जुलाई बाघिन ने अपने तीसरे शावक को भी निशाना बना दिया। वन्यजीव प्रेमी संजय छिम्वाल का कहना है कि बाघिन द्वारा अपने ही शावकों को निवाला बनाना कोई पहला मामला नहीं है। ऐसे मामले पहले भी अलग-अलग जगहों से सामने आते रहे हैं। हालांकि, वे मामले दुलर्भ जरूर हैं। संजय कहते हैं कि जब मांसाहारी जानवरों को लगता है कि वे अपने बच्चों को आगे पाल नहीं पाएंगे या खुद स्वस्थ नहीं हैं या फिर उनके बच्चे बीमार हैं, तो ऐसी स्थिति में जानवरों द्वारा असुरक्षा के कारण तनाव में ये कदम उठाया जाता है।

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