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बाल अधिकारों और कानून की जानकारी के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला का नैनीताल में हुआ शुभारंभ…. अगले 3 दिन विशेषज्ञ देंगे बाल अधिकारों और कानून से संबंधित जानकारी

नैनीताल:-

कुमाऊं मंडल क़ी बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष/सदस्यों और किशोर न्याय बोर्ड के सदस्यों के लिए 3 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का महिला कल्याण विभाग उत्तराखंड द्वारा आयोजन किया गया है।  तीन दिवसीय कार्यशाला काउद्घाटन उत्तराखंड प्रशासन अकादमी, नैनीताल में गुरुवार को  26 मई 2022 को किया गया।

कार्यशाला में बतौर  विशिष्ट अतिथि पभाग लेने पहुंचे   राजेन्द्र जोशी, जिला जज, नैनीताल ने कहा कि बाल कल्याण समिति व किशोर न्याय बोर्ड में ख्यातिप्राप्त व्यक्तियों का चयन किया जाता है ताकि उपेक्षित श्रेणी के बच्चों को न्याय प्राप्त हो सके। बाल संरक्षण अपने आप में जटिल कार्य है, नवचयनित अध्यक्ष/सदस्यों से अपेक्षा की जाती है कि अपने कर्तव्यों का पालन निष्ठापूर्वक करेंगें। जो भी बच्चा समिति/बोर्ड के सम्मुख प्रस्तुत हो उसको विभिन्न योजनाओं के लाभ से जोड़ा जाए।

कार्यशाला का आयोजन महिला कल्याण विभाग द्वारा किया जा रहा है सचिव महिला कल्याण हरि  चंद्र सेमवाल ने कहा कि समिति/बोर्ड का कार्य न्यायिक प्रक्रिया से जुड़ा है अतः अध्यक्ष/सदस्यगण किशोर न्याय अधिनियम का भली भांति अध्ययन कर जज की दृष्टि अपनाकर बच्चों को न्याय दिलवाएं।

उत्तराखंड प्रशासन अकादमी के संयुक्त निदेशक प्रकाश चंद ने सचिव हरि चंद्र सेमवाल और जिला जज राजेंद्र जोशी का धन्यवाद करते हुए आशा प्रकट की कि समस्त प्रतिभागी सरस्वती के प्रांगण में अभिमुखीकरण प्रशिक्षण में ज्ञान व कौशल प्राप्त कर अपने जनपदों में बच्चों का संरक्षण सुनिश्चित करेंगे।

डीपीओ मुख्यालय  अंजना गुप्ता  तीन दिवसीय अभिमुखीकरण प्रशिक्षण का परिचय देते हुए बताया कि प्रथम दिन 26 मई 2022 को बाल कल्याण समिति, दूसरे दिन 27 मई 2022 को किशोर न्याय बोर्ड की जानकारी, केस स्टडी, प्रश्नों के उत्तर विषय विशषज्ञों द्वारा दिए जाएंगे। दूसरे दिन अपराह्न में जस्टिस यू सी ध्यानी जी द्वारा बाल अधिकार के क्षेत्र में आने अनुभव सांझा किये जायेंगे। दिनाँक 28 मई 2022 को तीसरे दिन  अंजना गुप्ता द्वारा मिशन वात्सल्य, PM केयर्स, स्ट्रीट चिल्ड्रन पुनर्वास, मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना की जानकारी दी जाएगी, साथ ही स्वास्थ्य, श्रम, पुलिस विभागों के प्रतिनिधियों द्वारा बाल संरक्षण के विभिन्न विषयों पर वार्तालाप/चर्चा के माध्यम से प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया जाएगा। जस्टिस  रविन्द्र मैठाणी जी द्वारा समस्त प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये जायेंगे।तकनीकी सत्र में कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन की सीनियर मैनेजर डॉ संगीता गौड ने बाल कल्याण समिति के दायित्वों, बाल देखरेख संस्थाओं के मानक, फिट फैसिलिटी/फिट पर्सन, दत्तक ग्रहण आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की।

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