उत्तराखंड

केदारनाथ हेली सर्विस में ब्लैक टिकटिंग का खेल जारी, यूकाडा अब नया सिस्टम तैयार करने में जुटा

देश और दुनिया भर के लाखों श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के धाम पहुंच रहे हैं। यहां बाबा के धाम तक पहुंचने का हेलीकॉप्टर एक उपयुक्त माध्यम है। लिहाजा हेलीकॉप्टर के टिकट को लेकर हमेशा की तरह इस बार भी माथापच्ची हो रही है। वैसे तो इस बार सरकार ने रेलवे का टिकट बुक करने वाली आईआरसीटीसी को ही केदारनाथ में हेलीकॉप्टर की टिकट बुकिंग के लिए जिम्मेदारी दे दी है। इसके बावजूद भी बाबा केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर के टिकट को लेकर गड़बड़ी पूरी तरह से नहीं रुक पाई है। केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर के टिकट मुंह मांगे दामों पर बेचने और कई गुना ज्यादा दामों में ब्लैक करने की हमेशा ही शिकायतें आती रही हैं। हेलीकॉप्टर की टिकट के ब्लैक होने के चलते यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई श्रद्धालुओं के साथ हेलीकॉप्टर की टिकट के नाम पर धोखाधड़ी भी हो जाती है। इन्हीं स्थितियों से निजात पाने के लिए राज्य सरकार की तरफ से इस बार आईआरसीटीसी को हेलीकॉप्टर की टिकट की जिम्मेदारी दी गई है, ताकि हेलीकॉप्टर की टिकट ब्लैक न हो और श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।

यात्रा सीजन शुरू होते ही आईआरसीटीसी ने हेलीकॉप्टर की टिकट की जिम्मेदारी तो संभाल ली, लेकिन यात्रा शुरू होते ही गलत तरीके से टिकट की खरीद-फरोख्त के मामले भी सामने आने लगे। हालांकि पुलिस ऐसे लोगों पर कार्रवाई भी कर रही है, लेकिन सवाल उस सिस्टम पर भी खड़े हो रहे है, जिसमें आईआरसीटीसी को टिकट की बुकिंग का जिम्मा मिलने के बाद भी अब तक 100% ब्लैक टिकटिंग को लेकर लीकेज बंद नहीं हुआ है और कई लोग इस व्यवस्था का गलत तरीके से फायदा उठा रहे हैं। बड़ी बात यह है कि बुकिंग खुलते ही हजारों टिकट कुछ ही समय में बुक हो जाते हैं, जिसमें से कई बार एक ही व्यक्ति कई टिकट बुक कर लेता है। जिन्हें बाद में ब्लैक भी कर दिया जाता है। इन्हीं स्थितियों को देखते हुए अब यूकाडा (उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण) ने ऐसी खामियों को फुल प्रूफ करने के लिए नई रणनीति बनानी शुरू कर दी है। ताकि ऑनलाइन बैठ कर हेलीकॉप्टर की टिकट को ब्लैक करने का काम करने वालों पर शिकंजा भी कसा जा सके और उन्हें ऐसा करने से रोका भी जा सके।

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