Chardham Yatra: बाहरी राज्यों के श्रद्धालुओं के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट जरूरी, सख्ती से लागू होगी कोविड गाइडलाइन
देहरादून: देशभर में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। ऐसे में सरकार और स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ गई है। उत्तराखंड में 21 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगा। चारधाम में देश-विदेश के बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने लिए आते हैं। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और संबंधित विषयों पर चर्चा की। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने यात्रा के दौरान केंद्र व राज्य सरकार की ओर से जारी कोविड गाइडलाइन को सख्ती से लागू करने की बात कही है।
मंत्री डॉ. रावत ने अधिकारियों को चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए समय पर सभी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने 15 अप्रैल से पहले चारधाम यात्रा मार्गों पर डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ तैनात करने को कहा। उन्होंने कहा कि देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इसे देखते हुए राज्य में कोविड जांच व टीकाकरण अभियान में तेजी लाई जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर बस अड्डे, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट समेत अन्य सार्वजनिक स्थानों पर टीकाकरण कैंप लगाए जाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने स्वास्थ्य महानिदेशक को निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा मार्गों पर पड़ने वाले सभी चिकित्सा इकाईयों व अस्थायी मेडिकल रिलीव प्वॉइंटों का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया जाए। बता दें कि पिछले साल चारधाम और यात्रा मार्ग पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की मौत हुई थी, जिसकी वजह से सरकार को काफी फजीहत उठानी पड़ी थी। अधिकाश भक्तों की मौत ऑक्सीजन की कमी और हार्ट अटैक के कारण हुई थी। मामला इतना बढ़ गया था कि केंद्र की बीच में आना पड़ा था। यही कारण है कि इस बार सरकार पिछले साल वाली गलतियां नहीं दोहराना चाहती है।