द्वितीय केदार मदमहेश्वर के कपाट विधि-विधान से खुले, बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे
द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल गए है। कर्क लग्न में सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर शुभ मुहूर्त में विधि- विधान से ॐ नमः शिवाय के उदघोष के साथ कपाट खोल दिए गए हैं। इस अवसर पर तीन सौ से अधिक तीर्थयात्री और स्थानीय श्रद्धालु कपाट खुलने के साक्षी बने। कपाट खुलने के अवसर पर मंदिर को फूलों से सजाया गया। जिसके तहत सुबह 5 बजे भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली का भव्य श्रृंगार कर आरती उतारी गई। फिर भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली गौंडार गांव से कैलाश के लिए रवाना हुई। भगवान मद्महेश्वर के कपाट वेद ऋचाओं और मंत्रोच्चार के साथ ठीक 11:10 बजे ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए गए। कपाट खुलने के बाद पंडित कलाधर सेमवाल ने परंपरानुसार शुद्धिकरण यज्ञ किया। जबकि, सैकड़ों भक्तों ने भगवान मदमहेश्वर के स्वयंभू लिंग पर जलाभिषेक कर सुख समृद्धि की कामना की।