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Rafting In Rishikesh: राफ्टिंग के शौकीनों को करना होगा इंतजार, अब दो माह बाद शुरू होगा लहरों का रोमांच

ऋषिकेश: गंगा के कौड़ियाला-मुनिकीरेती इको टूरिज्म जोन में बहुविख्यात राफ्टिंग की गतिविधि मानसून काल में दो माह के लिए बंद हो गई है। अब मौसम और गंगा का जलस्तर अनुकूल रहा तो एक सितंबर से गंगा में नया राफ्टिंग सत्र शुरू होगा। इस वर्ष व्यवसाय की दृष्टि से राफ्टिंग व्यवसायियों के लिए यह पूरा सत्र बेहतर रहा। इस सत्र में अब तक कुल चार लाख 22 हजार 896 पर्यटकों ने गंगा में रिवर राफ्टिंग का लुत्फ उठाया। जून माह में सबसे अधिक 81 हजार पर्यटक राफ्टिंग के लिए पहुंचे। गंगा की लहरों पर रोमांच का सत्र हर वर्ष एक सितंबर को शुरू होता है और 30 जून को दो माह के लिए बंद हो जाता है। राफ्टिंग के लिए स्थानीय पर्यटकों के अतिरिक्त, दिल्ली, एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा तथा पंजाब से पहुंचते हैं। जबकि विदेश से भी खासी संख्या में पर्यटक राफ्टिंग के लिए पहुंचते हैं।

राफ्टिंग के दौरान इस सत्र में तीन पर्यटकों की जान भी गई। 11 अक्टूबर 2022 को रोलर कोस्टर रेपिड पर कोलकाता बेंगलुरू के एक पर्यटक की राफ्टिंग के दौरान पानी में डूबकर मौत हो गई थी। वहीं सात अप्रैल 2023 को राजस्थान का एक शिक्षक राफ्टिंग के दौरान डूबकर लापता हो गया था, जिसका शव बाद में बरामद हुआ था। वहीं 12 मार्च 2023 को भी राफ्टिंग के दौरान हुए हादसे में हरियाणा निवासी एक महिला की मौत हो गई थी। मानसून काल में दो माह के लिए गंगा में रिवर राफ्टिंग की गतिविधि बंद रहती है। बता दे, गंगा में 40 किलोमीटर लंबा कौड़ियाला-मुनिकीरेती इको टूरिज्म जोन रिवर राफ्टिंग के लिए विश्वभर में पहचान बना चुका है। वर्तमान में करीब ढाई सौ से अधिक कंपनियों की साढ़े छह सौ राफ्टें गंगा में संचालित हो रही हैं। करीब 10 हजार लोग राफ्टिंग व्यवसाय से अपनी रोजी-रोटी चला रहे हैं।

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