दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक ने दिया इस्तीफा, प्रशासनिक व्यवस्था पर उठे सवाल
देहरादून के सबसे बड़े अस्पतालों में शामिल दून मेडिकल कालेज के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर अनुराग अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना त्यागपत्र दून मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉक्टर गीता जैन को ईमेल के माध्यम से भेजा है। दो दिन पूर्व कैंसर रोग के विभागाध्यक्ष और असिस्टेंट प्रोफेसर के बीच विवाद हुआ था। अब ताजा मामला चिकित्सा अधीक्षक डा. अनुराग अग्रवाल से जुड़ा है। उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। त्यागपत्र प्राचार्य को ई-मेल से पत्र भेजा गया है। उनके अचानक पद छोड़ने की वजह को कई कारणों से जोड़कर देखा जा रहा है।
दून अस्पताल की व्यवस्था में सुधार को तमाम प्रयास किए जा रहे हैं, पर इन्हें लेकर सामूहिकता का भाव नहीं दिख रहा है। अस्पताल की मशीनरी कई धड़ों में बंटी दिखाई दे रही है। यहां तक कि तमाम विभागों में भी आपसी खींचतान चल रही है। डॉ. अनुराग अग्रवाल का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2025 तक भारत से ट्यूबरक्लोसिस को समाप्त करने का आह्वान किया है। ऐसे में टीबी एंड चेस्ट स्पेशलिस्ट होने के नाते वह क्लीनिकल कार्य नहीं कर पा रहे थे और उनकी प्रशासनिक व्यस्तता बढ़ती जा रही थी, इसलिए उन्होंने मेडिकल सुपरिटेंडेंट के पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है।