एक्शन में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत, पेयजल निगम कार्यालय में मारा छापा..नरनारद मिले कर्मचारी
उत्तराखंड के सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों के लापरवाही के मामले लगातार सामने आते रहते हैं ठीक इसी प्रकार से एक मामला नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर से सामने आया है जहां पर नवरात्रि के पहले दिन गायब रहने वाले चार कर्मचारियों पर कुमाऊं आयुक्त और सचिव मुख्यमंत्री दीपक रावत ने कार्रवाई की है। दरअसल दीपक रावत ने पेयजल निगम दफ्तर में अचानक छापा मारा इस दौरान उन्होंने चार कर्मचारियों को गैर हाजिर पाया जिस पर उन्होंने चारों कर्मचारियों का वेतन रोकने की आदेश दिए हैं। उनका यह कदम सरकारी दफ्तरों में अनुशासन और समय पर हाजिरी सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। बताते चले दीपक रावत अपनी सख्त प्रशासनिक छवि के लिए जाने जाते हैं जो अक्सर इसी तरह के औचक निरीक्षण करते रहते हैं। दीपक रावत के इस छापे के बाद से पेयजल निगम के अन्य कर्मचारियों में भी हड़कम्प मच गया।
बता दें आज गुरुवार को नवरात्रि के पहले दिन ही नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर स्थित सरकारी दफ्तर से बिना सूचना के गायब रहना चार कर्मचारियों को भारी पड़ गया है। दरअसल कुमाऊं आयुक्त सचिव मुख्यमंत्री दीपक रावत ने नैनीताल रोड पर मुख्य अभियंता कुमाऊं पर पेयजल निगम के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया इस दौरान चार कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए जिनका वेतन रोकने के साथ ही मुख्य अभियंता निगम एसके विश्वास ने सभी कार्मिकों का स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए हैं। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने कहा कि जिन कार्यालय में बायोमेट्रिक मशीन खराब है उनकी पूरी जिम्मेदारी कार्यालय अध्यक्षों की होगी इसलिए सभी कार्यालय अध्यक्ष अपने-अपने कार्यालय की बायोमेट्रिक मशीन ठीक करा लें। इसके अलावा आयुक्त सचिव मुख्यमंत्री दीपक रावत ने सड़क चौड़ीकरण के साथ ही उद्यान एवं कृषि विभाग द्वारा शहर के सौंदर्य के लिए लगाए जा रहे बेलदार पौधों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि बेलदार पौधों से हल्द्वानी की खूबसूरती पर चार चांद लगेंगे साथ ही शहर हरा भरा रहेगा।