उत्तराखंडदेहरादून

Kedarnath Helicopter Crash: आर्यन कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज, पलक झपकते ही सात जिंदगियां हो गईं राख

बाबा केदार के दर्शन कर लौट रहे यात्रियों ने सोचा भी नहीं था कि ये उनकी जिंदगी का आखिरी दिन होगा। लौटते वक्त हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया और बाबा के दर्शन की खुशी पल भर में ही मातम में बदल गई। हादसा इतना भयावह था कि हेलिकॉप्टर पूरा जल गया और सात जिंदगियां भी मौके पर ही जलकर राख हो गईं। दरअसल, रुद्रप्रयाग के गौरीकुंड क्षेत्र में रविवार सुबह आर्यन कंपनी का एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। हेलिकॉप्टर में सवार सभी यात्री केदारनाथ से दर्शन कर गुप्तकाशी लौट रहे थे। हादसा सुबह करीब साढ़े पांच बजे हुआ। हेलिकॉप्टर नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि अधिक कोहरा होने पर विजिबिलिटी शून्य थी। ऐसे में हेलिकॉप्टर कुछ ही दूरी पर जाकर क्रैश हो गया और उसमें आग लग गई।

दर्दनाक हादसे में मृतकों में 23 महीने की बच्ची भी शामिल है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमें भी पहुंच गई हैं। अगले आदेश तक हेलिकॉप्टर सेवा रोक दी गई है। गौरीकुंड के गौरीमाई खर्क में क्रैश हुए हेलिकॉप्टर के लिए आर्यन कंपनी के दो मैनेजरों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। फाटा के राजस्व उप निरीक्षक ने कंपनी के खिलाफ सोनप्रयाग पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसमें कहा गया कि लापरवाही से यह हादसा हुआ है। तहरीर में कहा गया कि डीजीसीए और यूकाडा ने जारी एसओपी में फ्लाइंग स्लॉट के हिसाब से उड़ान करने को कहा था। इस बारे में आर्यन एविएशन के बेस मैनेजर विकास तोमर और एकाउंटेबल मैनेजर कौशिक पाठक ने अनदेखी की, जो दायित्यों के प्रति घोर लापरवाही है। फाटा राजस्व उप निरीक्षक ने हादसे में सात लोगों की मौत के लिए कंपनी के दोनों मैनेजरों को सीधे तौर पर जिम्मेदार माना है।

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