हरीश रावत की रणनीति :- कैप्टन बोले सिद्धू तो साडा प्रा है
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस के हरफनमौला नेता नवजोत सिद्धू के बीच की दूरियां अब कम होने लगी हैं। जिसका सबसे बड़ा कारण पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत हैं। दरअसल 2019 में आपसी मनमुटाव के चलते कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिद्धू के बीच विवाद बढ़ गया था। जिसके बाद नवजोत सिद्धू के विभाग बदल गए थे। विवाद इतना बड़ा कि नवजोत सिद्धू को कैबिनेट का पद पद छोड़ना पड़ा था।
हालांकि अब पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने दोनों ही नेताओं से कई दौर की अलग-अलग बैठकें की जिसके बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिद्धू के बीच 2 बैठकें हो चुकी हैं। जिसके लिए हरीश रावत की दोनों के बीच सुलह कराने की कोशिशों को अहम माना जा रहा है। हरीश रावत पंजाब कांग्रेस के प्रभारी बनने के बाद अब तक दो से चार बैठक इस विवाद को खत्म करने के लिए कर चुके हैं।
बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के फार्म हाउस में एक बार फिर से कैप्टन और सिद्धू की मुलाकात हुई । हालाकिं सूत्र बता रहे हैं कि कैप्टन अपनी कैबिनेट में सिद्धू को लेने के लिए तैयार हो गए हैं लेकिन वो उन्हें ऊर्जा विभाग देना चाहते हैं जबकि सिद्धू स्थानीय निकाय चाहते हैं। ऐसे में फिलहाल बैठक बेनतीजा रही।
लेकिन हरीश रावत दोनों को लेकर काफी आशान्वित हैं कि जल्द ही सब ठीक हो जाएगा और सब कुछ सबके सामने होगा।
कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिद्धू की मुलाकात की ये फोटो बुधवार को कैप्टन के फार्महाउस की है ।