ED का उत्तराखंड में बड़ा एक्शन: पूर्व आईएफएस अधिकारी किशनचंद के घर में मारा छापा, मचा हड़कंप
उत्तराखंड में बुधवार सुबह से ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की लगातार छापेमारी जारी है। एक ओर जमीनी घोटाला और फॉरेस्ट लैंड पर निर्माण के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस नेता और वन मंत्री रहे हरक सिंह रावत के ठिकानों पर छापामारी की है, वही ईडी ने पूर्व आईएफएस किशनचंद के हरिद्वार स्थित नंद बिहार कॉलोनी वाले घर पर भी ईडी द्वारा छापेमारी की गई है। बताया जा रहा है कि आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में ईडी द्वारा यह कार्रवाई की जा रही है। मामले के अनुसार, कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग में अवैध निर्माण और पाखरों में टाइगर सफारी के लिए पेड़ों के अवैध कटान का मामला सामने आया था। मामले में दो आईएफएस अधिकारियों को निलंबित किया गया था। मामले की जांच में आईएफएस किशनचंद पर कई संगीन आरोप लगे थे।
किशनचंद पर मनी लॉन्ड्रिंग के तहत इससे पहले भी कार्रवाई की गई थी। इसमें उनके हरिद्वार और रुड़की में स्थित भूमि और भवन के साथ स्कूल और स्टोन क्रशर प्लांट को भी धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अटैच किया गया था। तब ईडी ने बताया था कि किशनचंद की ₹31.88 करोड़ मूल्य की अचल संपत्तियों को आय से अधिक संपत्ति मामले में धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के तहत अटैच किया गया है। यह संपत्तियां किशनचंद या उनके परिवार के नाम पर दर्ज हैं। बता दे, पूर्व कैबिनेट मंत्री के साथ ही राज्य के कुछ आईएफएस अधिकारियों के ठिकानों पर भी ईडी की छापेमारी की खबर है। वहीं हरक सिंह के दिल्ली वाले आवास पर भी छापेमारी हुई है। इस दौरान जरूरी दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है। इसके अलावा वित्तीय लेनदेन के मामलों की जानकारी जुटाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजों को भी देख रही।