Delhi-Dehradun Expressway: खत्म होने वाला है इंतजार, जल्द इस खंड पर दौड़ेंगी कारें
यातायात खुलने के लिए मध्य जून तक इंतजार करना पड़ सकता है। अधिकारियों का कहना है कि पहले चरण का काम 15 मई तक पूरा कर लेंगे। फिर ट्रायल रन एक सप्ताह तक चलेगा।लंबे इंतजार के बाद अब दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के पहले चरण का काम अंतिम दौर में पहुंच गया है। अक्षरधाम से बागपत के खेकड़ा तक करीब 31 किलोमीटर लंबे पहले हिस्से को दो पैकेज में बनाया जा रहा है, जिसका 90 फीसदी से अधिक कार्य हो चुका है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने मई के अंत तक इसको तैयार करने का लक्ष्य रखा है।हालांकि, यातायात खुलने के लिए मध्य जून तक इंतजार करना पड़ सकता है। अधिकारियों का कहना है कि पहले चरण का काम 15 मई तक पूरा कर लेंगे। फिर ट्रायल रन एक सप्ताह तक चलेगा। इसके बाद सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय से मंजूरी मिलते ही यातायात शुरू कर दिया जाएगा।
अक्षरधाम से लोनी और बागपत सीधे जुड़ेगा एक्सप्रेसवे के पहले चरण को यातायात के लिए खोले जाने से पूर्वी दिल्ली के लोगों का बड़ा लाभ मिलेगा। खासकर, अक्षरधाम से चलकर गाजियाबाद के लोनी और बागपत के खेकड़ा तक पहुंचना आसाना हो जाएगा। एनएचएआई ने टोल दरों को निर्धारित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। वहीं, निर्माण एजेंसी को निर्देश दिए गए हैं कि वो टोल प्लाजा पर कैमरे और अन्य जरूरी उपकरण लगाने का काम शुरू कर दें। 30 हजार पीसीयू वाहनों का दबाव कम होगा पहले चरण का काम पूरा होने पर दिल्ली-मेरठ और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे सीधे जुड़ जाएंगे, क्योंकि देहरादून एक्सप्रेसवे अक्षरधाम में मेरठ एक्सप्रेसवे से शुरू हो रहा है जो खेकड़ा में ईस्टर्न पेरिफेरल को जोड़ेगा। माना जा रहा है कि शुरुआत में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर वाहनों की संख्या कोई खास कम नहीं होगी, लेकिन नवंबर तक वाहनों का सीधे आवागमन देहरादून तक शुरू होगा। इससे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर करीब 30 हजार पैसेंजर पर कार यूनिट (पीसीयू) वाहनों का दबाव कम होगा। मौजूदा वक्त में सोनीपत की तरफ से आने वाले मालवाहक वाहन भी सीधे एक्सप्रेसवे के जरिए पूर्वी दिल्ली क्षेत्र में आ सकेंगे।