उत्तराखंडदेहरादून

उत्तराखंड दौरे पर सीएम योगी: पलायन रोकने के लिए कृषि और पशुपालन पर दिया जोर, गुरु और पिता को किया याद

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ तीन दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर हैं। पहले दिन योगी पौड़ी पहुंचे और सबसे पहले यमकेश्वर स्थित ग्राम तल्ला बनास में आयोजित धार्मिक आयोजन में भाग लिया। उन्होंने वनवासी श्रीराम मंदिर और वासिनी देवी मंदिर की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा में सहभागिता की और स्थानीय जनता से संवाद किया। समारोह के आयोजक आलम सिंह नेगी और उनकी पत्नी दर्शिनी देवी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक विशाल त्रिशूल भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महा योगी गुरु गोरखनाथ डिग्री कॉलेज में 100 फीट ऊंचे तिरंगा पार्क का भी अनावरण किया। इसके बाद योगी ने यमकेश्वर स्थित गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय किसान मेले का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर उन्होंने अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनका आशीर्वाद लिया। साथ ही, देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। किसान मेले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया और आधुनिक कृषि तकनीकों को करीब से देखा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की कृषि को आत्मनिर्भर और उन्नत बनाने के लिए इस प्रकार के आयोजनों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने महायोगी गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार के सहयोग से यह महाविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में नए प्रतिमान स्थापित कर रहा है।

योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी की अन्न योजना का जिक्र करते हुए बताया कि आज 80 करोड़ से अधिक लोगों को सरकार मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर किसान अपनी जमीन का सही उपयोग करें और कृषि विश्वविद्यालयों तथा अन्य संस्थानों की मदद से आधुनिक तकनीकों को अपनाएं, तो वे आत्मनिर्भर बन सकते हैं और उत्तराखंड को खुशहाल बना सकते हैं। उन्होंने नशामुक्त समाज की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि देवभूमि उत्तराखंड को पूरी तरह नशामुक्त करने के लिए व्यापक अभियान चलाए जाने चाहिए। जुलाई से महायोगी गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय में विज्ञान संकाय शुरू किया जाएगा और स्टेडियम निर्माण कार्य भी तेज गति से चल रहा है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड में बकरी पालन और कुक्कुट पालन को बढ़ावा देने पर जोर दिया और कहा कि यह किसानों के लिए एक बेहतर आय का स्रोत बन सकता है।

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