मुख्यमंत्री धामी ने की मानसखंड मंदिर माला मिशन की समीक्षा, कार्यों में तेजी लाने के दिए निर्देश
केंद्र सरकार की मानसखंड मंदिर माला मिशन के पहले चरण के तहत प्रदेश में 16 मंदिरों को चिन्हित किया गया है। इस मिशन के तहत राज्य में मंदिरों की भव्यता के लिए काम चल रहा है। मंदिर माला मिशन के तहत प्रदेश में चल रहे कार्यों की समीक्षा के लिए गुरुवार को सीएम धामी ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की.बैठक के दौरान सीएम धामी ने किए जा रहे कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। बता दें कि, केंद्र की मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत पहले चरण में 16 मंदिरों को शामिल किया गया है। जिसकी भव्यता के लिए काम किए जा रहे हैं। जिसमें अल्मोड़ा जिले के जागेश्वर महादेव मंदिर, चितई गोलू मंदिर, सूर्यदेव मंदिर कटारमल, कसार देवी मंदिर, नन्दा देवी मंदिर, पिथौरागढ़ जिले के पाताल भुवनेश्वर मंदिर, हाट कालिका मंदिर, बागेश्वर जिले के बागनाथ मंदिर, बैजनाथ मंदिर, चम्पावत जिले के पाताल रूद्रेश्वर, मां पूर्णागिरी मंदिर, मां बाराही देवी मंदिर, बालेश्वर मंदिर, नैनीताल जिले के नैनादेवी मंदिर, कैंचीधाम मंदिर के साथ ही उधमसिंहनगर जिले के चैतीधाम मंदिर शामिल हैं।
समीक्षा बैठक के दौरान सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मंदिरों के मार्गों को बेहतर करने के साथ ही श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए जिन भी सुविधाओ को विकसित किए जाना है, उसको सुनियोजित तरीके और तय समय के भीतर पूरा करें। इसके अलावा मंदिरों के आसपास श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधा और ठहरने के लिए होटल या होमस्टे की भी व्यवस्था पर जोर दें। यही नहीं, मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत मंदिरों में जो भी कार्य किए जा रहे हैं उन सभी कार्यों को आगामी 20 से 25 सालों को ध्यान में रखते हुए किया जाए। दरअसल, उत्तराखंड में दिन प्रतिदिन आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में आगामी 20- 25 सालों में श्रद्धालुओं के संभावित संख्या को ध्यान में रखकर काम किया जाए ताकि आने वाले समय में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने पर भी सभी को बेहतर सुविधा मिल सके। सीएम ने कहा इस मिशन में श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कार्य किए जा रहे हैं। जिसके तहत, रोड कनेक्टिविटी, मानसखंड कॉरिडोर के लिए सड़कों के चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है।