उत्तराखंड

चमोली नमामि गंगे प्रोजेक्ट हादसा: अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए शहीद हुए सिपाहियों को दी गई भावपूर्ण श्रद्धांजलि

चमोली करंट हादसे की घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है। इस हादसे में चमोली जिले के तीन गांवों से 14 लोगों की मौत हुई है। जिसमें सबसे ज्यादा हरमनी गांव से 10 लोगों ने जान गंवाई है। कल यानी गुरुवार को दशोली ब्लॉक के हरमनी गांव से एक साथ 10 लोगों की अर्थी उठेगी। खास बात ये है कि मरने वालों में 9 लोगों की उम्र 22 से 38 साल के बीच के हैं। पूरे इलाके में शोक की लहर है। बता दें कि चमोली में अलकनंदा नदी के किनारे निर्माणाधीन नमामि गंगे परियोजना में करंट लगने से 16 लोगों की जान चली गई थी। जबकि, 11 लोग घायल हो गए। मरने वालों में एक सब इंस्पेक्टर समेत 3 होम गार्ड भी शामिल थे। इस हादसे में हरमनी गांव से सबसे ज्यादा जनहानि हुई। हादसे में हरमनी के 10 लोगों ने जान गंवाई। जबकि, दो लोग घायल हैं।

बता दे, उत्तराखण्ड़ पुलिस के उपनिरीक्षक प्रदीप रावत चौकी प्रभारी पीपलकोटी का चमोली में हुई दुखद: घटना में असामयिक निधन हो गया। उनके द्वारा ड्यूटी के दौरान कर्तव्य की बलि-वेदी पर अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। मूल रुप से रूद्रप्रयाग जनपद निवासी उपनिरीक्षक प्रदीप रावत वर्ष 2002 बैच में आरक्षी व 2011 बैच में उपनिरीक्षक के पद पर जनपद पौड़ी, देहरादून व चमोली में नियुक्त रहकर पुलिस विभाग में अपनी सेवाएं दी गई। उ0नि0 प्रदीप रावत बहुत ही मृदुभाषी एवं मिलनसार स्वभाव के व्यक्ति थे उनका इस तरह अचानक चला जाना पुलिस परिवार की बहुत बड़ी क्षति है, जिससे पूरे पुलिस परिवार में शोक व्याप्त है। चमोली पुलिस परिवार द्वारा पुलिस लाइन गोपेश्वर में दो मिनट का मौन धारण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी। इस दौरान डा0 धन सिंह रावत प्रभारी मंत्री चमोली, कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, विधायक थराली भूपाल राम टम्टा, विधायक बद्रीनाथ राजेन्द्र भण्डारी, जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक चमोली प्रमेन्द्र डोबाल, द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।

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