कांवड़ यात्रा के दौरान उपद्रव फैलने वाले कावडियो पर होगी कार्यवाही, उत्तराखंड पुलिस भेजेगी नोटिस
उत्तराखंड में हाल में संपन्न हुए कांवड़ मेले में हुड़दंगियों की तरफ से किए संपत्तियों के नुकसान की समीक्षा शुरू हो गई है। जिन संपत्तियों को तोड़ा, उसके नुकसान की भरपाई अब उन्हें ही करनी होगी। उत्तराखंड में हाल में संपन्न हुए कांवड़ मेले में हुड़दंगियों की तरफ से किए संपत्तियों के नुकसान की समीक्षा शुरू हो गई है। हुड़दंगियों ने जिन संपत्तियों को तोड़ा, उसके नुकसान की भरपाई अब उन्हें ही करनी होगी। इसके लिए क्षतिग्रस्त संपत्तियों के संबंधित थानों से नोटिस जारी किए जा रहे हैं।
प्रदेश में जुलाई महीने में शुरू हुआ कांवड़ मेला दो अगस्त तक चला। इस दौरान कांवड़ियों में शामिल हुड़दंगियों ने कई स्थानों पर बवाल और तोड़फोड़ की। इस दौरान सरकारी और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया। आईजी गढ़वाल रेंज ने बताया कि कांवड़ियों की तरफ से किए गए नुकसान की वीडियोग्राफी करने साथ ही कई मौके पर नाम और पते दर्ज किए गए हैं। अब संपत्तियों के नुकसान के आंकलन की प्रक्रिया वीडियोग्राफी के जरिये चल रही है। इनमें जितने नुकसान का आंकलन होगा, उसकी भरपाई की प्रक्रिया नुकसान करने वालों से शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिन लोगों के नाम पहले से दर्ज हैं, उनके साथ लेख ही नए लोगों का चिह्नीकरण उनके प्रयोग किए वाहनों के नंबर के आधार पर होगा।
इसके बाद इन लोगों को नोटिस भेजकर नुकसान से संबंधित थानों में बुलाया जाएगा। पूछताछ कर नुकसान की भरपाई के नोटिस दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि कांवड़ियों के विवाद को लेकर हरिद्वार और टिहरी जिले में कुल 12 मुकदमे दर्ज हैं। कुछ अन्य मामले ऐसे हैं, जिनमें केस दर्ज नहीं हैं। इनकी भी समीक्षा होगी। आईजी गढ़वाल रेंज ने बताया कि कांवड़ मेले से पहले अन्य राज्यों के पुलिस अफसरों संग हुई कोऑर्डिनेशन मीटिंग में इस बाबत चर्चा हुई थी। उन्होंने बताया कि संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वाले अधिकांश बाहरी हैं। ऐसे में उनके नोटिस तामिल कराने की जिम्मेदारी भी बाहरी राज्यों की पुलिस की होगी। नोटिस तामिली पर इस मीटिंग में शामिल अफसरों से समीक्षा की जाएगी।
कहां कितने केस दर्ज
• 12 केस दर्ज हुए कांवड़ियों पर, 11 हरिद्वार और एक टिहरी में।
• 09 कांवड़ियों को गिरफ्तार किया, 04 हरिद्वार, 04 टिहरी और 01 दून में।
• 184 दुपहिया वाहन सीज किए, 134 हरिद्वार, 30 दून और 20 टिहरी में।
• पांच चौपहिया वाहन सीज किए, 03 हरिद्वार और 02 देहरादून जिले में।